वक्त फिर से बे-वफाई कर गया
देखो कितनी जल्दी फिर से साल बदल गया
कुछ मिला तो कुछ रह गया अधूरा
जिंदगी है चलता रहेगा ये सिलसिला
फुर्सत निकालिए
अपनों के और करीब आते रहिये
साल तो आते-जाते रहेंगे
किसी न किसी बहाने
खुशियाँ मनाते रहिये ....
देखो कितनी जल्दी फिर से साल बदल गया
कुछ मिला तो कुछ रह गया अधूरा
जिंदगी है चलता रहेगा ये सिलसिला
फुर्सत निकालिए
अपनों के और करीब आते रहिये
साल तो आते-जाते रहेंगे
किसी न किसी बहाने
खुशियाँ मनाते रहिये ....
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