मुझसे न पूछो मेरा पता
जहाँ महफ़िल सजी मिले बस चले आना
कुछ भी लाने की जहमत न करना
अपना गुरुर, अपनी ठसक छोड़ के आना
मिलेंगे मेरे जैसे दीवाने हर शहर में
बड़ा दिल लिए किसी मैकदे चले आना
हलक से उतार लेना ये आब -ए -हयात
बेकार के मश्वरों पे न जाना
खुदा मिल जायेगा तुझे इंसानो में
बस पैमानों से पूरी ईमानदारी निभाना…