फुर्सत मिले तो कुछ सुने
अपने दिल की भी
मुद्दते हुई खुद से बात किये
बस पूरी ही करते रहे
औरो की हर फ़रमाईश
मुद्दते हुई खुद का हाल लिए
हर रोज की बेरौनक जिंदगी
चिढ़ा के कहती है हमें
मुद्दते हुई कुछ फसाद किये
आ इससे पहले के
निबट जाए हम-तुम यूँही
मुद्दते हुई मैखाने में मुलाकात किये
अपने दिल की भी
मुद्दते हुई खुद से बात किये
बस पूरी ही करते रहे
औरो की हर फ़रमाईश
मुद्दते हुई खुद का हाल लिए
हर रोज की बेरौनक जिंदगी
चिढ़ा के कहती है हमें
मुद्दते हुई कुछ फसाद किये
आ इससे पहले के
निबट जाए हम-तुम यूँही
मुद्दते हुई मैखाने में मुलाकात किये