जम्हूरियत का खुल के तमाशा देखिये
दिखावे पे ही इसको अमादा देखिये
बनते है जो मसीहा हम मुफलिसों के
उनके घर जश्न और शोर-शराबा देखिये
जुटी है महफ़िल सियासी लोगो की
सत्ता-विपक्ष की यारी का खुलासा देखिये
राजसी ठाठों में थम सी गई मुखालफत
इस सियासत में अवाम की हताशा देखिये
है खुला दिखावा दौलत और हैसियत का
समाजवाद की यह नई परिभाषा देखिये
फिर लटक गया किसान मुल्क में कहीं
छोटे से कोने में अख़बार की दिलासा देखिये
दिखावे पे ही इसको अमादा देखिये
बनते है जो मसीहा हम मुफलिसों के
उनके घर जश्न और शोर-शराबा देखिये
जुटी है महफ़िल सियासी लोगो की
सत्ता-विपक्ष की यारी का खुलासा देखिये
राजसी ठाठों में थम सी गई मुखालफत
इस सियासत में अवाम की हताशा देखिये
है खुला दिखावा दौलत और हैसियत का
समाजवाद की यह नई परिभाषा देखिये
फिर लटक गया किसान मुल्क में कहीं
छोटे से कोने में अख़बार की दिलासा देखिये