Saturday 17 February 2018

हार के कगार पर
विषाद अपार पर
सहानभूतियों के अभाव पर
सब कुछ ख़त्म होने के विचार पर
सम्भावनायें तलाशिये …

रोजमर्रा के बरताव पर
फासलों के प्रसार पर
शब्दों से मिले घाव पर
अपने अहमों के टकराव पर
सम्भावनायें तलाशिये …

व्यक्तित्व के बिखराव पर
व्यसनों से जुड़ाव पर
रिक्तता के ख्याल पर
जी के बने जंजाल पर
सम्भावनायें तलाशिये …

सम्भावनायें तलाशिये …
हार में विजय पाने की
विषाद से उबार जाने की
सहनभूतिओं के बिना ही आगे बढ़ जाने की
ध्वंस में नई ईमारत बनाने की

सम्भावनायें तलाशिये … .
अपने बरताव से निखर जाने की
तमाम दूरियां मिटाने की
शब्दों से हृदय तक पहुँच जाने के
अपने अहम को भूल जाने की

सम्भावनायें तलाशिये …
व्यक्तित्व को प्रभावशाली बनाने की
व्यसनों से मुक्ति पाने की
नित्य नए अच्छे मित्र बनाने के
उलझने  बिना धैर्य खोये सुलझाने की.....

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