यह चुनाव है यहाँ अच्छे -अच्छो का तेल निकल जाता है ....
कोई फाड़ता है पर्चा, कोई तुरंत ही अपने कहे से मुकर जाता है ,
मंत्री बारबार चुनाव आयोग को गरियाता है ,
कुरैशी कहाँ कुछ उखाड़ पता है
मुस्लिम इन्सान नहीं , इन्हें सिर्फ वोट बैंक नजर आता,
यह चुनाव है यहाँ अच्छे -अच्छो का तेल निकल जाता है ...
कोई फाड़ता है पर्चा, कोई तुरंत ही अपने कहे से मुकर जाता है ,
मंत्री बारबार चुनाव आयोग को गरियाता है ,
कुरैशी कहाँ कुछ उखाड़ पता है
मुस्लिम इन्सान नहीं , इन्हें सिर्फ वोट बैंक नजर आता,
यह चुनाव है यहाँ अच्छे -अच्छो का तेल निकल जाता है ...
feb 2012 @ kashi
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