Thursday 9 May 2013

OLD MONK

BH-2 की एक शाम
हम बैठे थे शांत , ग़मगीन और गुमनाम

अचानक हुई धडाम
दरवाजे खुले - कड़कती आवाज ने पूछा- नाम , काम , धाम

कुछ डरे सकपकाय हम ने कुछ ऐसा बता दिया
जिसने हमारे senior का सारा नशा ही उड़ा दिया
नाम - पढईश
काम - पढाई
धाम - कॉलेज

एकाएक सन्नाटा पूरे कमरे में छा गया
कुछ अनहोनी की आशंका ने हमें डरा दिया

बॉस थे अपने इसलिए उन्होंने हमारी इस टीस को जान लिया
एकपल में ही उन्होंने हमारे द्वारा ML में किये
इस भारी परिवर्तन के सार को तुरंत पहचान लिया

गले में हाथ डाले साथ चलते हुए बोले
बेटा इस से पहले की इस MBBS में तनाव के चलते
तेरे दिमाग का संतुलन डोले

ये ले एक peg, पीले इसे होले होले

बॉस के इस आदेश को हमने फ़ौरन माना
कुछ घूँट मरे
और बूड़े पुजारी (OLD MONK) की शक्ति को जाना

उस दिन के बाद हमने पीछे मुड़कर नहीं देखा
अब तो घर में ही खोल रखा है ठेका

पर अब वो नशा कहाँ ?
scotch में भी OLD MONK जैसा मज़ा कहाँ.....

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