Monday 13 May 2013

नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली

कक्षा मेँ मुझे पढाया जा रहा था कि रिक्त
स्थान भरो ।(चाहेँ भरते भरते दिमाग रिक्त
हो जाये)

नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली....,...,.चली ।

अब क्लास मेँ सभी ने इसे पूर्ण किया पर
चूँकि अपन शुरु से ही होशियार तो मैने भरा
नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली टेढी मेढी चली ।

मास्टर साहब बोले तू पगला गया है क्या ???
नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को जाती है ।

मैने कहा देखो मास्टर साहब पहली बात हम
हिन्दू है तो बिल्ली हज पर क्योँ भेजेँ ?

भाड मेँ जाये ऐसी धर्मनिरपेक्षता ।

भेजना होगा तो हरिद्वार भेजेँगेँ न अपन।.....

और बो तो आप का लिहाज करके
इतना चला दिया बिल्ली को वरना नौ सौ चूहे
खाकर तो चलना छोड बिल्ली से हिला भी न जायेँ


ये बिल्ली है कोई 10 जनपथ का नेता थोडे न है
कि जो कितना भी खाये ,चलते ही जाये.... 

सौजन्य:- शर्मा अजय -अष्टावक्र

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