फिलहाल तो यह आलाम है की
सुबह होती है शाम होती है
जिन्दगी यूही तमाम होती है...
अब वो पुराने यार ,पुरानी महफिले कहाँ..
चंद ज्यादा सिक्को की ख्वाइश में
फुर्सत से परे हमारी रातें
बिन पिए यूहीं ही बदनाम होती है ...
jan 12 @ kashi
सुबह होती है शाम होती है
जिन्दगी यूही तमाम होती है...
अब वो पुराने यार ,पुरानी महफिले कहाँ..
चंद ज्यादा सिक्को की ख्वाइश में
फुर्सत से परे हमारी रातें
बिन पिए यूहीं ही बदनाम होती है ...
jan 12 @ kashi
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