Thursday 9 May 2013

girls

वैधानिक चेतावनी (STATUTORY WARNING):-लड़कियाँ कृपया इस पोस्ट को सावधान होकर पढे , ये कहानी जानी-पहचानी सी प्रतीत हों सकती है ।

वैसे हमारा दल था बजरंगी लेकिन इसका मतलब ये नहीं की कॉलेज में हमने अपने दिन आँख -कान बंद करके गुज़ारे हों । First year से लेकर final year तक, आस-पास घटने वाली हर घटना पर हमारी एकदम सटीक और पैनी नज़र रहती थी ।

लड़कियों का स्वभाव का कोई नहीं जान पाया है (देवौ ना जानाति कुतो मनुष्यः) तो भईया हमऊ ससुर कौन खेत मूली है और अगर बात करी जाए GSVM मेडिकल कॉलेज Para O1 की लड़कियो की तो जटिलता और बढ़ जाती है…

लड़को की तुलना में हमारे batch की लड़कियां और भी बेमिसाल थी पर वो कहवात है ना… कि दूसरी की थाली के मुकाबले अपनी थाली में घी कम ही नज़र आता है….यही हाल हमारे **ट भाइयों का था …Junior Para पे नज़र रखते थे और लतइयाए जाते थे ।

स्मृति के आईने से अपनी सहपाठिनो के स्वभाव को चित्रित करने की कोशिश भर कर रहा हूँ... आप बस पढ़ने का लुत्फ उठाइए...

कुछ एकदम सीधी-सादी थी पूरे MBBS में इनकी चू भी सुनाई नहीं दी और कुछ ऐसी की सबसे लड़ने-भिड़ने को तैयार , कुछ इतनी तेज की अगर आप इनकी बगल से भी गुजर जाओ तो कट जाओ…

कुछ ऐसी थी जो अपने Room partner से चवन्नी -चवन्नी का हिसाब रखती थी और अगर झगड़ा हो जाए तो कमरे के बीच में पर्दा टंग जाता था और फर्श पर भारत पाकिस्तान रूपी LOC खींच जाती थी .…

कुछ लड़कियां जुगाडु प्रजाति की थी ...ये "अपना काम बनता…………_______जनता " वाली विचारधारा को मानती थी । अपने काम निकालने के लिए इन्होने कुछ लस्सू सहपाठी पाल रखे थे ...

लस्सू लोगों का काम होता था Madam के खाने -पीने का ध्यान रखना , ट्रेन टिकट कराना, स्टेशन से लाना,ले जाना ,बीएच से उनके लिए टिफ़िन भिजवाना, Madam के घर से अगर कोई male member आ जाए तो उसे BH में रुकवाना, मुखबिर बन बीएच के सारे राज उन्हे बताना , और गलती से अगर कोई रकीब हो तो उसका जबरदस्त character assassination करना ।

हम fire fighting पे विश्वास करने वाले लोगों में से थे ...final prof से तीन महीने पहले किताबे उठाते थे और अंडर ग्राउंड हो जाते थे ...और किसी तरह से अपनी नैया को हिचकोले खिलाते हुए पार लगा ही लेते थे…

इसके विपरीत लड़कियां सारे साल पढ़ती थी फिर भी exams के दिनों तनाव से निजात पाने के लिए एक अलग ही तरीका अपनाती थी- अपनी मम्मी को साथ रहने के लिए GH में बुलाकर ।

अगर college गेट पे आपको अपनी Para की लड़कियो के साथ उनकी मम्मियाँ भी नजर आने लगे तो समझ लो बेटा professional exams एकदम नजदीक है…

कुछ लड़कियां मुसकी expert थी ...उनकी मुस्कान ही उनका सबसे कारगर हथियार होता था ...और इनकी मुस्कान पे क्या batch mates,क्या seniors, क्या juniors.... बड़े बड़े Professor तक फिसले रहते थे । इनके लंबे चलने वाले exam viva में maximum questions का answer इनकी तरह तरह की smile ही होती थी ...कभी-कभी (though rarely ) कोई examiner कह देता था ...Madam smile is not required only answer is required…

हमारे समय कॉलेज में लड़कियों के लिए so called prohibited जगह थी जिसमे प्रायः लड़कियां नही आती-जाती थी जैसे co-operative , Gate पे अनुराग आदि ..पर आप सब की कल्पना से पृथक कुछ lady दबंगो के boys हॉस्टल आने का साहस भी किया... मेरा उन वीरांगनाओ को सलाम

last but not the least...

एक और जबरदस्त कैटेगरी थी convent educated अंग्रेजी बोलने वाली लड़कियो की ...जहां एक ओर लड़के raging के प्रकोप में ABCD तक भूल जाते थे ...ये बालाए nasal twang के साथ इंग्लिश की राजधानी ट्रेन दौड़ाती थी ...और माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश से पढे लड़के इनके सामने बड़े ही बेबस,लाचार और ठगे से नज़र आते थे …

Note- This description is based on events that happened 13 to 18 years earlier, things are quite different now.

(......) Para O1
{1994 Batch Of G.S.V.M. Medical College}

No comments:

Post a Comment