Friday 10 May 2013

इस नेक काम में भी देती पत्नी साथ

पति लौटा late घर, मुह में centerfresh दबाये ,
सहमा डरा डरपोक सा, घडी-घडी घबराये 

लम्बी लम्बी छोड़े साँस, करे यह प्रयास 
कोई दुर्गन्ध मदिरा-धुम्रपान की ,न फटके आस पास 

धरमपत्नी ने पकड़ ली आज के यह चोरी,
होगा खूब क्लेश न काम आयगी कोई sorry

नशा होगा काफूर और तो और दोस्त भी गरियाये जायेगे 
जिन्दगी ख़राब होने के ताने फिर से प्रयोग में आयेगे

कितना अच्छा होता इस नेक काम में भी देती पत्नी साथ

हमें कभी न करना पड़ता झूठ बोलने का प्रयास

BAR का भी खर्चा बचता,न बिगड़ता घरेलू अर्थशास्त्र 
दूर होते सारे झगडे , दिन- प्रतिदिन बढती मिठास

feb 2012 @ kashi

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