Thursday, 4 July 2013

भाई वाजिद अली शाह के जमाने के

भाई वाजिद अली शाह के जमाने के एक शायर ' चिरकिन ' का नाम सुना था .कहते हैं वो सिर्फ गू मूत आदि त्याज्य चीजों पे कहते थे .सूनी हुयी उनकी एक बानगी ............. ' चिरकिन ' चने के खेत में चिरको सरक सरक . रंगत अलग अलग हो ,खुशबू ( बदबू ? ) अलग अलग ...

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