इंद्रदेव कुपित हैं
सब लोग हैं चकित हैं
अति वृष्टि विनाश से
मेरा पहाड़ व्यथित है
ये कुछ और नहीं
प्रकृति के साथ किये
मनुष्य के पाप ही फलित है
क्षमा करो ,कृपा करो
हे! दयानिधान
त्राहि माम , त्राहि माम ..
सब लोग हैं चकित हैं
अति वृष्टि विनाश से
मेरा पहाड़ व्यथित है
ये कुछ और नहीं
प्रकृति के साथ किये
मनुष्य के पाप ही फलित है
क्षमा करो ,कृपा करो
हे! दयानिधान
त्राहि माम , त्राहि माम ..
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