Saturday, 29 June 2013

भारी प्राकृतिक आपदा से 
सभी दंग 
पर नेताओ के मनसूबे
अब भी दबंग
राहत- श्रेय के लिए जंग
कर रहे रोज भिडंत
चौपट समस्त शासन तंत्र 
खंड-खंड मेरा उतराखंड...

मेहमान तीर्थयात्री ही
नज़र आते तंग
मदद के लिए  उठे हाथ
जुड़ जाते उन्ही के संग
मेजमानो के कष्टों का
ना कोई अंत

पीड़ित उनका भी अंग-अंग
खंड-खंड मेरा उतराखंड...

मीडिया के नित्य नए प्रपंच 

निहायती गैरवाजिब  रंग-ढंग 
बिलखते मृतकों के परिजन
ये सुध लेते असंवेदनशील  बन
मुख में माइक घुसाते जबरन 
बेहूदा सवाल पूछते फ़ौरन 
सेना के अलावा  
नहीं दिखता कोई और संत 
खंड-खंड मेरा उतराखंड....

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