Monday, 10 June 2013

अंजान भविष्य के विषाद में
और Emotional अत्याचार से
युवक चकरा गया
बाज़ार से खरीद ,
जहर खा गया

जो हुआ उल्ट हुआ
मिलावटी  विष ने
प्राणों को नहीं हरा
ख़ुदकुशी विफल रही
ज़िन्दर्गी बच गई

अस्पताल से छुट्टी मिली
घर में मिठाई बटी 
लड़का लड्डू गटका गया
नकली बेसन और घी खा
सीधे यमलोक गया

मेरे देश की कहानी यही
खुदगर्जी ही सर्वोपरी
इंसानियत बिलकुल दफ़न
मिलावटखोर रोज़  बेचते  कफ़न ...






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