Sunday, 11 August 2013

वो बेवजह नहीं काटता
तलवे नहीं चाटता
लोगो को नहीं बांटता 

सीनाजोरी नहीं करता 
अपनी शक्ति का दंभ नहीं भरता 
सत्ता के लिए नहीं मरता 

कभी झूठ नहीं बोलता 
swiss बैंक में खाता नहीं खोलता 
बिन पेंदी के लोटे की तरह नहीं डोलता 

परिवारवाद नहीं चलाता 
भ्रष्टाचार  नहीं फैलता 
संसद में नहीं चिल्लाता 

गिरगिट के जैसे रंग नहीं बदलता 
कुर्सी के लिए  नहीं मचलता 
पैसे के लिए नहीं उछलता 

खादी नहीं पहनता 
अपनी शर्म को नहीं बेचता
शत्रु समक्ष घुटने  नहीं टेकता

इसलिए इस नागपंचमी
आप सब से  अनुरोध है

नेताओ को नाग  न कहे
उनके लिए उनके कार्यकलापो  अनुसार
अन्य कोई और उपयुक्त शब्द चुने

नाग को सिर्फ नागदेवता मान
सच्चे मन से उनकी स्तुति करे …


















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